आसनसोल : पूर्व रेलवे का आसनसोल मंडल मंडल रेल प्रबंधक आसनसोल श्री परमानंद शर्मा, मंडल रेल प्रबंधक/पूर्व रेलवे/आसनसोल के संरक्षण में और अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी-सह-अपर मंडल रेल प्रबंधक, श्री मुकेश कुमार मीना के कुशल मार्गदर्शन तथा डॉक्टर मधुसूदन दत्त/राजभाषा अधिकारी के सक्रिय नेतृत्व में राजभाषा हिंदी के प्रयोग-प्रसार की दिशा में सदैव अग्रसर है।
इसी की एक कड़ी के रूप में आज (14.02.2023) मंडल रेल अस्पताल आसनसोल में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, डॉक्टर चंपक विश्वास की अध्यक्षता में "मंडल रेल अस्पताल राजभाषा कार्यान्वयन समिति" की पहली बैठक उनके कक्ष में आयोजित हुई। इसमें मंडल मुख्यालय से डॉक्टर मधुसूदन दत्त/ राजभाषा अधिकारी ने प्रेक्षक के रूप में भाग लिया। बैठक का आरंभ श्री संजय राउत/ कनिष्ठ अनुवादक /राजभाषा विभाग/ मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के स्वागत भाषण से हुआ। तत्पश्चात डॉक्टर मधुसूदन दत्त/ राजभाषा अधिकारी ने केंद्र सरकार के कार्यालयों में राजभाषा संबंधी नीति, नियम, अधिनियम एवं प्रावधानों की विस्तृत जानकारी देते हुए सरकारी कामकाज में हिंदी के अधिकाधिक प्रयोग हेतु महत्त्वपूर्ण सुझाव दिया। अपने अध्यक्षीय संबोधन में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, डाॅ. विश्वास ने कहा कि हिंदी अंग्रेजी की तुलना में अधिकांश कर्मचारियों एवं अधिकारियों को अधिक सहजता के साथ समझ में आती है और यदि हम अपने अभ्यास में हिंदी लिखना शामिल करते हैं, तो हम निश्चित रूप से अधिक से अधिक सरकारी कार्य हिंदी में कर सकते हैं। इसके लिए उन्होंने राजभाषा अधिकारी के सुझाव पर मंडल रेल अस्पताल में कर्मचारियों के लिए हिंदी कार्यशाला तथा कंप्यूटर पर हिंदी में कार्य करने हेतु कार्यशाला के आयोजन पर बल दिया। साथ ही, इस अवसर पर "आज का शब्द बोर्ड" लगाए जाने का भी निर्णय लिया गया। बैठक में उपस्थित अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, डॉक्टर बी.के. चौबे ने समिति की बैठक की उपयोगिता को रेखांकित करते हुए कहा कि इस प्रकार की बैठकों से हमें हिंदी में काम करने, अपनी कमजोरियों को दूर करने एवं हिंदीमय वातावरण तैयार करने में काफी मदद मिलेगी। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अस्पताल में नवस्थापित अंशकालिक हिंदी पुस्तकालय के लिए समाचार पत्र आदि मंगाई जाए ताकि कर्मचारियों में हिंदी के प्रति रुझान बढ़े व रुचि उत्पन्न हो। बैठक के समापन सत्र में डॉ बी.के चौबे ने जयशंकर प्रसाद रचित कविता "हिमाद्रि तुंग श्रृंग से" का सस्वर पाठ किया। तत्पश्चात, डॉ धीरज कुमार जायसवाल/अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने सूर्यकांत त्रिपाठी निराला कृत "वर दे वीणावादिनी" कविता की विश्लेषणात्मक प्रस्तुति दी, जिसे समिति के सदस्यों द्वारा करतल ध्वनि से सराहा गया अध्यक्ष महोदय डॉक्टर विश्वास ने इस साहित्यिक व सांस्कृतिक पक्ष को आगे भी बनाए रखने का आग्रह किया। तत्पश्चात, डॉ बी.के. चौबे/अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक का समय समापन हुआ। इस बैठक में डॉक्टर रंजन कुमार/अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक,एएनओ द्वय - श्रीमती अरुणा मुखर्जी एवं जूईन लायेक, तथा श्री अविनाश शर्मा/कनिष्ठ लिपिक, श्री अजय शंकर दुबे /एक्सटेंशन एजुकेटर, श्री बी.के . शर्मा मुख्य कार्यालय अधीक्षक आदि उपस्थित थे।
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